बस तू ही तो तू है

लोग कहते है बेदर्द है तू, भूल जाऊ तुझे क्यों बेचैन हूँ मै
मै क्या बताऊ
सांस लेती हूँ तेरी खुशबू आँख बंद करती हूँ तो तेरे ख्वाब
सोचती हूँ तो तुझे, चाहती हूँ बस तुझे, जीती हूँ बस तुझसे
बेचैन करता तू, आराम देता तू, तू धड़कन, तू आवाज़ है
तू इन सर्द रातो मे गर्मी देता एक कम्बल सा अहसास है
तू कम्बख्त जालिम तू कमीना तू हरजाई तू रुहे सुकून है
तू प्यार है तू इश्क़ है जान मेरे हर अरदास की पुकार है तू
बस तू ही तो तू है


काबू कहां रहता है दिल पर ,
जब तुम सामने होती हो ,
नज़रें हटती नहीं तुमसे ,
जब तुम सामने होती हो ,



खता है मेरी ये जानता हूं मैं ,
मैं भी क्या करूं ,
कुछ और नजर ही नहीं आता ,
जब सामने तुम होती हो.❤️❤️❤️❤️😘😘


तुम ही तुम नज़र आते हो 

किस किस से छुपाऊँ में किस्सा अपनी  मोहब्बत का,❤️
मेरी आखों से लेकर मुस्कुराहट में तुम ही तुम नज़र आते हो  ❤️



Kis Kis Se Chupaon Me Kissa Apni Mohabbat Ka ❤️
Meri Aakhon Se Lekar Muskurahat Main Tum Hi Nazar Aate Ho ❤️